अंबिकापुर. बांकी डेम से लगे गांव का एक ग्रामीण रविवार की शाम मछली पकडऩे डेम में गया था। उसके पीछे-पीछे उसका 5 वर्षीय बेटा व गांव की अन्य 2 बच्चियां भी डेम पहुंच गई। इसी दौरान खेलते-खेलते मासूम बेटा गहरे पानी की ओर चला गया और डूब गया।
बच्चियों के चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़ता हुआ आया और पानी में छलांग लगाई। जब तक उसने बेटे को पानी से बाहर निकाला, उसकी सांसें उखड़ चुकी थीं। इसके बाद वह मृत बेटे को सीने से लगाकर बिलखने लगा। हादसे में मासूम की मौत से घर व गांव में मातम पसर गया।
अंबिकापुर के खैरबार इलाके में बांकी बांध स्थित है। बांध के पानी में ही इलाके के अधिकांश ग्रामीण नहाते व मछली पकड़ते हैं। रविवार की शाम करीब 6 बजे ग्राम गंझाडांड़ के पतरीपारा निवासी मड़वारी लकड़ा मछली मारने डेम जा रहा था। पिता को डेम जाते देख उसका 5 वर्षीय मासूम बेटा मुकेश भी चला गया।
इधर गांव की ही 2 मासूम बच्चियां भी डेम पहुंच गईं। इस दौरान मड़वारी डेम में मछली पकडऩे में व्यस्त हो गया और तीनों बच्चे खेलने में। खेलते-खेलते मासूम मुकेश डेम में उतर कर नहाने लगा। इसी बीच वह गहरे पानी की ओर चला गया और डूबने लगा।
उसे डूबता देख बच्चियां चिल्लाने लगीं। आवाज सुनकर मड़वारी दौड़कर वहां पहुंचा और बेटे को बचाने पानी में छलांग लगा दी। थोड़ी देर बाद जब उसने बेटे को बाहर निकाला तो उसकी मौत हो चुकी थी।
सीने से लगाकर रोया पिता
सांस न चलता देख पिता मृत बेटे को सीने से लगाकर रोने लगा। आवाज सुनकर गांव के अन्य लोग भी वहां पहुंच गए। जब वह शव लेकर घर पहुंचा तो बेटे को देखकर पत्नी के रोने का भी ठिकाना न रहा। हादसे में मासूम की मौत से घर सहित गांव में मातम पसरा हुआ है। इधर सूचना पर कोतवाली पुलिस पहुंची और पीएम पश्चात सोमवार को शव उसके परिजनों को सौंप दिया।
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