
अंबिकापुर. बैंगलोर का एक छात्र लंदन से पीएचडी करने के दौरान सरगुजा जिले में इन दिनों रिसर्च कर रहा है। वह अंबिकापुर-दरिमा मार्ग पर स्थित एक गांव में मंगलवार की दोपहर रिसर्च के सिलसिले में घूम रहा था।
इसी दौरान उसे गांव वालों ने बच्चा चोर समझकर मारने दौड़ाया। वह भागता हुआ वहां के स्कूल में छिप गया। इधर ग्रामीणों ने भी स्कूल को घेर लिया। शिक्षकों को उसने पूरी बात बताई तो उन्होंने पुलिस बुला ली। इसके बाद मामला शांत हुआ।
सोशल मीडिया पर बच्चा चोर व किडनी चोर की उड़ अफवाह अभी भी ग्रामीणों के मन-मस्तिष्क पर छाया हुआ है। वे गांव में किसी भी अनजान व्यक्ति को देखकर उसे बच्चा चोर समझ रहे है और उसपर हमला कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम ससकालो से आया है। दरअसल बैंगलोर निवासी राम शेट्टी लंदन से ऑप्टिकल फाइबर पर रिसर्च कर रहा है।
वह रिसर्च के सिलसिले में इन दिनों सरगुजा में है। मंगलवार की दोपहर वह ग्राम ससकालो में घूम रहा था। इस दौरान उसे एक बालक दिखाई दिया तो उसने प्यार से उसके सिर पर हाथ फेर दिया और अपने काम में लग गया। यह गांव के एक व्यक्ति ने देख लिया और बच्चा चोर-बच्चा चोर चिल्लाने लगा।
देखते ही देखते गांव वालों की भीड़ जुट गई और वे उसे मारने दौड़ाने लगे। ग्रामीणों को अपनी ओर आता देख छात्र राम शेट्टी भागता हुआ ससकालो स्कूल में घुस गया और शिक्षकों को पूरी बात बताई।
शिक्षकों की भी नहीं मानी बात
रिसर्चर को स्कूल में घुसा देख ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। उन्होंने स्कूल को घेर लिया और रिसर्चर को उन्हें सौंपने की बात कहने लगे। शिक्षकों ने उन्हें समझाया कि वह एक रिसर्चर है, बच्चा चोर नहीं। इसके बावजूद ग्रामीणों ने बात नहीं मानी और अड़े रहे।
बुलवानी पड़ी पुलिस
शिक्षकों ने ग्रामीणों का रुख देख दरिमा थाने में फोन कर पुलिस को बुलवा लिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाइश दी। पुलिस के कहने के बाद मामला शांत हुआ।
गौरतलब है कि 4 दिन पूर्व ही मेंड्राकला में बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों ने अज्ञात व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में एक महिला समेत 9 आरोपियों को जेल भेजा गया है।
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