सीतापुर. एक युवक पत्नी व चार बच्चों के साथ टूट-फुटे घर में रहता था। बुधवार की रात उसने पत्नी व बच्चों को कमरे से बाहर कर कहा कि आज रात वह अकेला कमरे में सोएगा। सुबह जब पत्नी ने आवाज लगाई तो कोई जवाब नहीं आया। जब किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला तो नजारा देखकर उसकी रूह कांप गई। पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
बताया जा रहा है कि 5 दिन पूर्व उसके मकान मालिक ने उसे घर से बाहर निकाल दिया था जिस कारण वह परेशान रहता था।
ग्राम ढेलसरा निवासी 32 वर्षीय ईश्वर बेक मूलत: जशपुर का रहने वाला था।
वह यहां मजदूरी कर पत्नी व चार बच्चों का भरण-पोषण कर रहा था। बुधवार की रात घर में खाना खाने के बाद ईश्वर पत्नी व बच्चों को कमरे से बाहर सोने को बोला तथा खुद दरवाजा बंद कर अंदर सो गया।
सुबह पत्नी ने दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई तो कोई जवाब नहीं मिला। इस पर पत्नी ने किसी तरह दरवाजा खोला तो अंदर पति का शव फांसी पर लटक रहा था। इस घटना की सूचना पर सीतापुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतरवाकर पीएम के लिए भेजा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि मृतक को उसके मकान मालिक ने 20 दिसंबर को घर से बाहर निकाल दिया था, जिसके बाद वह वर्षों से खाली पड़े एक टूटे-फूटे मकान में रहता था। घर से निकाले जाने के बाद मृतक काफी परेशान रहता था।
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