अंबिकापुर. कई बार समय पर महतारी एक्सप्रेस प्रसूता के पास नहीं पहुंच पाने के कारण या तो घर में ही प्रसव हो जाता है या वाहन में ले जाने के दौरान रास्ते में। ऐसे में प्रसूता की जान को भी खतरा रहता है। सोमवार को कुसमी क्षेत्र से ऐसा ही एक मामला सामने आया है। एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन द्वारा महतारी एक्सप्रेस को कॉल किया गया।
वाहन उसे लेने तो पहुंच गया लेकिन जिला अस्पताल बलरामपुर पहुंचते ही गेट पर महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई। इसके बाद महतारी एक्सप्रेस के ईएमटी व ड्राइवर को महिला का प्रसव कराना पड़ा। महिला ने एक बेटे को जन्म दिया है। महिला स्टाफ न होने के बावजूद दोनों ने उसका सुरक्षित प्रसव करा दिया। बाद में महिला व बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अविभाजित सरगुजा जिले के कई क्षेत्र ऐसे हैं जो जिला अस्पताल से काफी दूर हैं। इसकी वजह से कई बार महतारी एक्सप्रेस को सूचना मिलने के बाद भी वे समय पर अस्पताल प्रसूता को लेकर नहीं पहुंच पाते हैं और उनका प्रसव वाहन में ही हो जाता है। कुसमी के बेनुपुर क्षेत्र से एक ऐसा ही मामला सामने आया है।
ग्राम बेनुपुर निवासी 22 वर्षीय निनु पति राहुल राम को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन ने तत्काल इसकी 102 नम्बर पर महतारी एक्सप्रेस के लिए कॉल किया। दूरी ज्यादा होने की वजह से कुसमी व राजपुर दोनों तरफ से महतारी एक्सप्रेस को रवाना किया गया। सोमवार को लगभग 4.30 बजे महतारी एक्सप्रेस क्रमांक सीजी 02-5691 बलरामपुर जिला अस्पताल पहुंची।
लेकिन अस्पताल पहुंचने के साथ ही मुख्य गेट पर ही महिला की प्रसव पीड़ा तेज हो गई। इसकी वजह से उसे वाहन से नीचे भी नहीं उतारा जा सका और वाहन के ईएमटी बचन सिंह व चालक गोपी सोनी ने महतारी एक्सप्रेस में ही प्रसव कराया। दोनों ने मिलकर सुरक्षित प्रसव कराया और महिला ने लड़के को जन्म दिया। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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