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ईवीएम और वीवीपैट को लेकर राजनीतिक तौर पर इतना बड़ा बवाल मचा हो, उसे लेकर राजधानी में बेफिक्री देखी जा रही है। लापरवाही ऐसी कि एक सरकारी दफ्तर से दूसरे सरकारी दफ्तर ले जाते वक्त भी सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। दरअसल, आयोग की ओर से ईवीएम और वीवीपैट मशीनों पर जागरूकता मुहिम चलाई जा रही है। इसके लिए तहसील ऑफिस से मंगलवार को इन्हें डेमो के लिए ले जाना था, लेकिन वहां केवल ऑटो चालक के जिम्मे ही इसे रवाना कर दिया। तहसील ऑफिस और डीके अस्पताल के बीच ये मशीनें बेतरतीबी से ले जाई गई। आम लोगों के बीच इसे प्रदर्शन को रखने को लेकर भी आयोग की सख्त गाइडलाइंस हैं। चुनाव आयोग ने निर्देश दिए हैं कि ईवीएम वीवीपैट मशीनें बिना सरकारी कर्मचारी की देखरेख के कहीं भी नहीं ले जाई जा सकतीं। इनके परिवहन के दौरान प्राइवेट सिक्युरिटी गार्ड की जगह शासकीय सुरक्षा जवान तैनात किए जाने की अनिवार्यता है। इसके साथ ही स्ट्रांग रूम में भी इन्हें कड़े पहरे में रखा जाता है।
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